हमें लगता है कि प्रदूषण सिर्फ बाहरी वातावरण में हैं और हम इमारत के अंदर सुरक्षित हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आधुनिक बंद इमारतों में सड़कों से 10 -15 गुना ज्यादा प्रदूषण होता है। लिविंग एरिया के आसपास कई रासायनिक एजेंट मौजूद होते हैं, आधुनिक निर्माण तकनीक, खराब वेंटिलेशन का होना, पहले से कई बार उपयोग किए गए इलेक्ट्रॉनिक्स आदि प्रदूषण बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे में हमें चाहिए कि हम जिस वातावरण में रह रहे हैं कम से कम उस वातावरण की हवा तो शुद्ध हो। तो ऐसे ही कुछ पौधों के बारे में आज हम बात करने जा रहे हैं जिन्हें आप यदि घर में लगाते हैं तो इनसे ना सिर्फ घर के हर कोने की खूबसूरती बढ़ सकती है बल्कि हवा को साफ और ताजा रखने में भी इनका बहुत महत्तव है।
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आइये जानें ऐसे ही कुछ पौधों के बारे में जो कि आपके घर को फ्रेश लुक देंगे, आपको ताजगी का एहसास करवाएंगे और हवा को साफ करेंगे।
गोल्डन पोथोस: यह तेजी से बढ़ने वाला पौधा है और यह लटकते गमले में सबसे अच्छा दिखता है। इस पौधे की खासियत यह है कि यह अंधेरे में रखे जाने पर भी हरा रहता है।
ग्रीन स्पाइडर प्लांट: मकड़ी की तरह दिखने वाला यह इनडोर प्लांट हवा को शुद्ध करने में मदद करता है। इस पौधे को कम पानी की जरूरत पड़ती है इसलिए इस पौधे को गर्मियों में रखा जा सकता है।
इस पौधे को यदि आप थोड़ा भूरे रंग में बदलता देखें तो चिंता ना करें। यह सामान्य है और यह जल्दी ही अपने हरे रंग में स्वंय वापिस आ जाएगा। सुनिश्चित करें कि आप अच्छी तरह से सूखी मिट्टी का उपयोग करें और ताजा दिखने वाले स्पाइडर प्लांट के लिए मिट्टी को अधिक गीला ना बनाएं।
स्नेक प्लांट: यह पौधा कम रोशनी और नम इलाकों में जीवित रह सकता है। इस पौधे की ध्यान में रखने वाली चीज़ यह है कि ये आसानी से गलन कर सकते हैं इसलिए इन्हें पानी से मुक्त निकासी मिट्टी में लगाया जाना चाहिए।
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बेम्बू पाम: बेम्बू पाम छायादार घर में जीवित रह सकता है यह बेंजीन और ट्राइक्लोरेथिलीन जैसे प्रदूषकों को फिल्टर करता है।
वॉर्नक डरैकेना: यह इंडोर प्लांट ऊंचाई में 12 फीट तक बढ़ता है। इसे ज्यादा सूरज की रोशनी की जरूरत नहीं होती। यह आमतौर पर वार्निश में पाए जाने वाले प्रदूषकों से हमारी रक्षा करता है और वातावरण को शुद्ध करता है।
ऐरेका पाम: यह पौधा लगभग 3 – 5 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है। इन्हें इतनी रोशनी ही काफी होती है जितनी कि खिड़की से अंदर आती है और यह कम पानी में भी जीवित रह लेते हैं।
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