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केसर की खेती से ज्यादा लाभ कमाए…

Team Krushi Samrat by Team Krushi Samrat
February 6, 2019
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केसर की खेती से ज्यादा लाभ कमाए…
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 केसर दुनिया में पाया जाने वाला सबसे महंगा पौधा है | इतना महंगा होने के कारण इसे लाल सोना भी कहा जाता है |  केसर की खेती करना बहुत ही आसान और सरल है | केसर की फसल में ज्यादा मेहनत की आवश्कयकता नहीं होती | और साथ ही इसकी फसल अवधि भी 3 – 4 महीने का होता है | केसर की कीमत भी दिन – बदिन बढ़ते जा रहे है | जिससे किसान भाई अच्छा लाभ कमा सकते है |

भूमि :

केसर का विकास मिट्टी के विभिन्न प्रकार रेतीले चिकनी बलुई मिट्टी से लेकर दोमट मिट्टी में कर सकते हैं| हालांकि, घनकंद की सड़ से बचने के लिए उचित जल निकासी की जरूरत है|

भूमि की तैयारी :

एक अच्छा बिस्तर की तैयारी के लिए तीन से चार बार जुताई पर्याप्त हैं| अच्छा बीज बिस्तर प्राप्त करने के लिए कृषि यार्ड खाद और अन्य कार्बनिक पदार्थों को अंतिम जुताई से पहले मिट्टी में ठीक से मिलाया जाना चाहिए| छोटे संचालनीय (2mx1mx15cm) उठाया बेड अच्छे परिणाम दे सकते हैं| बेड को सभी चार पक्षों पर किसी भी अधिक नमी का निकास करने के लिए चैनल होना चाहिए|

रोपण का समय :

रोपण के लिए जुलाई से लेकर अगस्त के पहले हफ्ते तक इष्टतम समय है| मध्य जुलाई रोपण के लिए सबसे अच्छा समय है|

प्रसारण :

केसर घनकंद के माध्यम से प्रसारित किया जाता है| पौधा बारहमासी है और केवल बड़े आकार के साथ 2|5 सेमी व्यास के ऊपर के घनकंद रोपण के लिए इस्तेमाल किये जा सकते हैं|

खाद डालना :

अंतिम जुताई से पहले 20 टन गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर मिट्टी में डालना चाहिए| 90 किलोग्राम नाइट्रोजन और 60 किलो प्रत्येकी फास्फोरस और पोटाश प्रति हेक्टेयर डालना चाहिए|

रोपण की विधि :

घनकंद 6-7 सेमी गहरी लगाया जाना चाहिए और 10 सेमी x 10 सेमी की दूरी को अपनाना चाहिए|

बीज दर :

DIBBLING के लिए पंद्रह क्विंटल के घनकंद प्रति हेक्टेयर|

अंतर संस्कृति और निराई :

जंगली घास नियंत्रित करने के लिए दो से तीन कुदाल और निराई करना चाहिए|

केसर को पूरे दिन सूर्य की आवश्यकता नहीं है, लेकिन एक दिन में कम से कम सात घंटे चाहिए|जब वे अपने विकास के चरण में हैं उस वक़्त हर दूसरे दिन उन्हें हल्के से पानी देना चाहिए| उथले खेती की जरूरत है|

शरद ऋतु में ,जब पत्ते विकास उभरता हैं तो पौधों को कड़ा बंद करता है तो फिर उन्हें बाहर अधिमानतः एक जगह न केवल धूप में लेकिन कुछ आश्रय में सेट करना चाहिए| वे ठंड बहुत कुछ बर्दाश्त कर सकते हैं, तो सख्त बंद का एक लंबे समय तक आवश्यकता नहीं है| वसंत में, जब पत्ते वापस मरना शुरू होते हैं, तो अप्रैल में पानी देना रोकते हैं और ग्रीष्म ऋतु में पौधों को घर के अंदर ले आते हैं|

शरद ऋतु में, वनस्पति की निद्रा टूट जाएगा और नई पत्तियों का आना शुरू हो जाएगा| जब पहली बार नई पत्तियों का उभरना शुरू हो जाता हैं पौधों को पानी देना चाहिए और उन्हें वापस बाहर स्थानांतरित करना चाहिए|

बढ़ती केसर के सफलता का रहस्य है – कटाई| आप को वर्ष के सही समय पर पौधों पर दैनिक ध्यान रखना चाहिए और फसल तैयार है तो संतोषजनक परिणाम प्राप्त करने के लिए उस दिन ही आप को इसकी कटाई करना चाहिए|

प्रत्येक फूल तीन स्टिग्मास् (फ़िलमेन्ट्स् या धागे) जो फूल की गले से लटकते दिखाई देते हैं पैदा करता है अगर स्टिग्मास् जो दिन फूल खुलता है उस दिन ही नहीं तो अधिक से अधिक अगली सुबह तक चुनी नहीं हैं, तो वे खराब होना शुरू हो जाते हैं|आमतौर पर, नए पत्ते सितम्बर पूर्व में आते हैं और अक्टूबर पूर्व से मध्य अक्टूबर तक फूल आते हैं|

जब आप को नए खुले फूल मिल जाए, तो सुबह की ओस सुखने तक इंतजार करें या है और उसके बाद फूल की कटाई करें | कटाई करने के बाद फूल एक सुविधाजनक काम करने की जगह रखिए| चिमटी की एक जोड़ी ले लो और ध्यान से तीन लाल नारंगी फ़िलमेन्ट्स् या धागे निकाले और तोद्नना धागे सुरक्षित रखने के लिए (आदर्श एक छोटी बोतल) कंटेनर तैयार रखें |

सभी बल्बों के फूल देने के बाद भी अपनी फसल देखते रहो यह हो सकता है कि तुम भाग्यशाली हो और दूसरा या कभी कभी तीसरा फूल भी रखें बल्ब से मिल सकता है |उन्हें भंडारण के लिए बोतलों में डालने से पहले कटाई धागे अच्छी तरह से सूखाना यह भी महत्वपूर्ण है| कुछ उन्हें धूप में सूखाते हैं (लेकिन अति सूक्ष्म धागे उड़कर दूर नहीं जाए इस तरह से उनकी देखभाल करना चाहिए) दूसरे गर्मी का उपयोग करते है जो की अगर यह कोमल धागों को शुष्क करने के लिए कुछ समय के लिए करते है तो ठीक है लेकिन यह उन्हें भुनने के लिए नहीं है |

शायद सबसे आसान तकनीक उन्हें एक कागज तौलिया पर रखना है और उन्हें दूर नहीं उड़ने के लिए उन पर कांच की एक पत्तर या स्पष्ट प्लास्टिक रख दे और उन्हें थोड़ी देर के लिए एक धूप कोउन्टेर टोप् पर छोड़ दें| केसर बल्ब की आसानी से संख्यावृद्धि होता है| और हर कुछ वर्षों में विभाजित किया जा सकता है| जब बल्ब निद्रा तोड़ देता है तब सालाना संतुलित खाद की एक छोटी राशि डालना फायदेमंद होगा|

सिंचाई :

बढती मौसम के दौरान इसे 2-3 सिंचाई की आवश्यकता है और यह वर्षा पर निर्भर करता है|

फूल का समय :

अक्टूबर के पहले सप्ताह में फूल आना शुरू होता है और नवंबर के पहले हफ्ते तक जारी है| फूलों की कटौती आमतौर पर हाथ से सुबह में किया जाता है| फूल धूप में 3-4 दिन में पूरी तरह से सूख जाते हैं| फूल पूरी तरह सूख जाने के बाद तीन लंबे stigmas को हाथ से उठाया जाता है| कलंक के ऊपरी भाग जो रंग में लाल नारंगी है वह शाही केसर है| style के निचले भाग को भी लिया जाता है और इस की गुणवत्ता घटिया होता है और इस को mogra केसर बुलाया जाताहै|

कटाई और सुखाना :

केसर के फूल  खिलने के दूसरे दिन ही फूल को तोड़ कर रख लिया जाता है | फूल को सूखने में ज्यादा समय नहीं लगता है यह 3 – 4  घंटे में ही सुख जाते है, फूल के सूखने के बाद फूलो से केसर को निकल लिया जाता है और इसे किसी कंटेनर में रख दिया जाता है और जब पूरी फसल कट जाती है उसके बाद इसे धुप में अच्छे से सूखा  कर बाजार में बेचा जाता है | एक बार केसर के पैदावार  के बाद इसे अच्छे तरह से Pack कर आप इसे किसी भी नजदीकी मंडी में अच्छे दामों में बेच सकते है | क्योंकि कई किसानो की बड़ी समस्या होती है की इसे कान्हा बेचे तो जानकारी के लिए बताना चाहेंगे की इसे आप नीमच मंडी में बेच सकते है साथ ही आयुर्वेद की मंडी हो वहा भी बेच सकते है इसके साथ ही आप इसे online भी बेच सकते है |

उपज :

सूखे केसर की औसत उपज 2|5 किलो प्रति हेक्टेयर की है|

रोग :

कोर्म सड़ांध :

यह बदलती डिग्री की stunting ,पीली के साथ बेटी कोर्म  की कम संख्या का कारण बनता है,  इस प्रकार से यह yield को भी प्रभावित है| इसे रोकने के लिए स्वस्थ कोर्म  को उगाना| रोपण के समय कोर्म 0|2% सस्पेन्शन carbendazim  के पानी में 30 मिनट के लिए डुबाना चाहिए बाद में अक्टूबर और अप्रैल के दौरान उस 0|2% सस्पेन्शन carbendazim के पानी से ही मिट्टी को भिगाना चाहिए|

केसर के बीज कँहा मिलेगा – buy Saffron Seed

यह किसानो के लिए बड़ी समस्या होती है की किसान भाई केसर का बीज कान्हा से खरीदेंगे इसके लिए आप निचे दिए गए लिंक पर जाकर केसर के बीज खरीद सकते है |

 

 

सदर सत्रासाठी आपण ही आपल्या कडील माहिती / लेख इतर शेतकऱ्यांच्या सोयीसाठी krushisamrat1@gmail.com या ई-मेल आयडी वर किंवा  8888122799 या नंबरवर पाठवू शकतात. आपण सादर केलेला लेख / माहिती आपले नाव व पत्त्यासह प्रकाशित केली जाईल

Tags: Make more profit from the cultivation of saffron ...केसर की खेती से ज्यादा लाभ कमाए...
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