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Home शेती

कैसे की जाती है कंटोला की खेती

Girish Khadke by Girish Khadke
September 8, 2019
in शेती
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कैसे की जाती है कंटोला की खेती
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कंटोला सदियों से भारत में उगाई जाने वाली प्रसिद्ध और पोषण सब्जियों में से एक है।कंटोला गर्म और कम सर्द मौसम की फसल है। इस सब्जी की खेती उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय दोनों क्षेत्रों में की जा सकती है। इसकी खेती के लिए 27 से 32 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त है।यह सब्जी बिजाई के 70 से 80 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती हैl

मिट्टी: कंटोला को रेतीली दोमट और चीकनी भूमि पर 5.5 से 7.0 की pH में उगाया जा सकता है। इसकी खेती के लिए मिट्टी अच्छी तरह से जल निकासी और अच्छे कार्बनिक पदार्थों के साथ सर्वोत्तम हो।

जलवायु: कंटोला गर्म और कम सर्द मौसम की फसल है। इस सब्जी की खेती उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय दोनों क्षेत्रों में की जा सकती है। इस फसल को बेहतर विकास और उपज के लिए अच्छी धूप की आवश्यकता होती है। इसकी खेती के लिए 27 से 32 डिग्री सेल्सियस का तापमान उपयुक्त है।

किस्में: Indira kankoda i (RMF 37) एक नई व्यावसायिक किस्म है, जिसे इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया है।इस हाइब्रिड किस्म की खेती उत्तर प्रदेश, ओडीसा, छत्तीसगढ़ और झारखंड और महाराष्ट्र में की जा सकती है। यह बेहतर किस्म सभी प्रमुख कीटों और कीड़ों के लिए प्रतिरोधी है। यह कटाई के लिए 35 से 40 दिन में तैयार हो जाती है। यदि इसके बीजों को ट्यूबर्स में उगाते हैं तो यह70 से 80 दिन में तैयार हो जाती है। इस किस्म की औसतन उपज पहले साल 4 क्विंटल/एकड़ है, दुसरे साल 6 क्विंटल/ एकड़ और तीसरे साल 8क्विंटल/एकड़ होती है।

ज़मीन की तैयारी: ट्रैक्टर या हल द्वारा भूमि को समतल और अच्छी तरह से तैयार करना चाहिए। मिट्टी को बारीक करने के लिए 3 बार हल से जोताई करें। अंतिम बार हल से जोताई करते समय मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने के लिए 15 से 20 टन खाद डालें।

बिजाई और फासला: तैयार बेड में 2 सेंटीमीटर की गहराई में 2 से 3 बीज बोएं, मेड़ से मेड़ का फासला लगभग 2 मीटर या पौधे से पौधे का फासला लगभग 70 से 80 सेंटीमीटर होना चाहिए।

सिंचाई: खेत में बेड पर बीज बोने के तुरंत बाद सिंचाई करें। इसके बाद बीज के आधार पर ही सिंचाई करें। बरसात के मौसम में सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है और मिट्टी में पर्याप्त नमी होती है। शुष्क मौसम की स्थिति में 1 या 2 सिंचाई सप्ताह के अंतराल पर करें।

कटाई: यह सब्जी बिजाई के 70 से 80 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है। यह दूसरे वर्ष में 35 से 40 दिनों में तैयार हो जाती है|

महत्वपूर्ण सूचना :- यह जानकारी कृषी सम्राट की वैयक्तिक मिलकीयत है इसे संपादित कर अगर आप और जगह इस्तमाल करना चाहते हो तो साभार सौजन्य:- www.krushisamrat.com ऐसा साथ में लिखना जरुरी है !

इस शृंखला के लिये आप भी अपनी जानकारी / लेख दुसरे किसान भाईयों तक पहुंचाने के लिये kushisamrat1@gamial.com इस ई -मेल आयडी पर अथवा 8888122799 इस नंबर पर भेज सकते है l आपने भेजी हुई जानकारी / लेख आपके नाम और पते के साथ प्रकाशित कि जायेंगी l

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