- वनस्पतिक वर्गीकरण
- पोएसी (ग्रेमिनी):- चावल, मक्का, गेहूं, जौ, जई, ज्वार, बाजरा, गन्ना और घास
- लेग्यूमिनेसी/पपीलीनिएसी/फेबिएसी :- मटर, चना, चवला, मूंग, मसूर, अरहर, उड़द, राजमा, मोठ, ग्वार, सेमफली, रीजका, बरसीम, मेथी, सोयाबीन, सनई, ढेंचा आदि |
- क्रूसीफ़ेरी/ ब्रेसीकेसी :- सरसों, राई, गोभीवर्गीय सब्जियाँ, मूली, तारामीरा, शलजम आदि |
- कुकुरबिटेसी :- ककड़ी, करेला, लौकी, तरबूज, कस्तूरी तरबूज, खरबूजा, तोरई, कद्दू, टिंडा, खीरा, परवल, तर ककड़ी आदि |
- मालवेसी :- कपास, भिंडी आदि |
- सोलेनेसी :- आलू, टमाटर, तंबाकू, मिर्च, बैंगन
- टिलिएसी :- जूट
- एस्टरएसी (क्म्पोजिटी) :- सूरजमुखी, कुसुम, गुलदाउदी, गेंदा
- चिनोपोडिएसी/अमेरेंथेएसी :- पालक, चुकंदर, चौलाई
- पेडोलिएसी :- तिल
- यूफोर्बिएसी :- अरंडी, रतनजोत, कसावा
- कनवाल्वुलेएसी :- शकरकंद,
- अम्बेलीफेरी :- धनिया, जीरा, गजर, सौंफ़
- एलीएसी :- प्याज, लहसून
- जिंजरबिएसी :- अद्रक, हल्दी
- आर्थिक उपयोगिता के आधार पर वर्गीकरण फसलें
- अनाज वाली फसलें :- चावल, मक्का, जौ, ज्वार, बाजरा
- तिलहनी फसलें :-, जौ, ज्वार, बाजरा, अरंडी, अलसी, नाईजर, कुसुम, सरसों, सोयाबीन आदि |
- दलहनी फसलें :- अरहर, उड़द, मुंग, चवला, चना, सोयाबीन, मटर, राजमा और सेम
- चरे वाली फसलें :- बाजरा, नेपियर घास, गिनी घास, रिजका, बरसीम, जई, क्लोवर आदि |
- रेशे वाली फसलें :- कपास, जूट, पटसन, सनई, आगेव, आदि |
- शर्करा वाली फसलें :- गन्ना, चुकुंदर
- मसाले वाली फसलें :- अद्रक, लहसून, मेथी, जीरा, हल्दी, मिर्च, काली मिर्च, दालचीनी, धनिया, सौंफ, लोंग, हींग, अजवायन आदि |
- औषधीय फसलें :- सफ़ेद मुसली, तुलसी, नीम, इसबगोल सेना, अश्वगंधा, सरपगंधा, पोदीना, अफीम, गुगल, बेलाडोना, कुकेन आदि |
- नारकोटिक्स अथवा उत्तेजना वाली फसलें :- तंबाकू, गांजा, अफीम, भांग आदि |
- पेय पदार्थ वाली फसलें :- चाय, काफी, कहवा
- जड़ और कंद वाली फसलें :- आलू, कसावा, अरबी, शकरकंद, मूली, गाजर, शलजम, एरोरुट, जमीकंद आदि |
- हरी खाद वाली फसलें :- सनई, ढेंचा, चवला, मूंग
- ऋतुओं के आधार पर वर्गीकरण
- खरिफ अथवा मानसून की फसलें :- चावल, मक्का, अरंडी, मूंगफली, ग्वार, बाजरा, सेम फली, कपास, उड़द, मोठ, अरहर, सोयाबीन, तिल, जूट, सनई, ढेंचा आदि |
- रबी अथवा शीतकालीन फसलें :- गेहूं, सरसों, जौ, जई, आलू, चना, बरसीम, रिजका, मटर, मसूर, तंबाकू |
- जायद अथवा गर्मियों की फसलें :- उड़द, मूंग चवला, मोठ और कद्दू वर्गीय फसलें |
- जीवन काल के आधार पर वर्गीकरण
- एकवर्षीय फसलें :- चावल, मक्का, गेहूं, जौ, ज्वार, बाजरा, मूंगफली, तिल, सूरजमुखी, अलसी, कुसुम, सरसों, सोयाबीन, कपास, उड़द, मूंग, मोठ, चवला, चना, सोयाबीन, मटर, कपास, तंबाकू, मेथी, जीरा, मिर्च, धनिया, सौंफ़, आदि |
- द्विवर्षीय फसलें :- चुकुंदर, शलजम, गोभी वर्गीय फसलें, मूली, गाजर, प्याज, लहसून, रिजका, बरसीम आदि |
- बहुवर्षीय फसलें :- गन्ना, नेपियर घास, कसावा आदि |
- समस्याग्रस्त मृदा के प्रति सहिष्णुता के आधार पर वर्गीकरण
- अम्लीय मृदा के प्रति सहिष्णुता :- चावल, आलू, सरसों, चाय, अन्नानस,राई आदि|
- लवणीय मृदा के प्रति सहिष्णुता :- जौ, कद्दूवर्गीय, ज्वार, बाजरा, ग्वार आदि
- क्षारीय मृदा के प्रति सहिष्णुता :- जौ, पालक, चना, चुकुंदर, करेला, बरसीम, सूरजमुखी, मक्का आदि|
- जलमग्न मृदा के प्रति सहिष्णुता :- चावल, ढेंचा, जुट, पटसन, पैरा घास, नेपियर घास, गिनी घास आदि|
- मृदा क्षरण के प्रति सहिष्णुता :- मार्वल घास, मूंगफली, उड़द, चवला, मूंग, मोठ आदि|
- जड़ों के आधार पर वर्गीकरण
- मूसला मूल/ Tap root system: मसूर, अंगूर, कपास आदि|
- Adventitious / Fiber rooted: अनाज वाली फसलें आदि|
- विशेष उपयोग आधारित वर्गीकरण
- नकदी फसलें (Cash Crops) :- गन्ना,आलू, तंबाकू, कपास, मिर्च, चाय, काफी आदि|
- अन्तर्वती फसलें ( Catch Crops) :- उड़द, मूंग, मोठ, मूली आदि|
- मृदा रक्षक फसलें(Cover Crops) :- मूंगफली, मूंग, उड़द, मोठ, शकरंद, बरसीम, लुसर्न (रिजका) आदि|
- प्रकाश संश्लेषण के आधार पर वर्गीकरण
- C3 Plants :- चावल, सोयाबीन, गेहूं, जौ, कपास, आलू आदि|
- C4 Plants :- ज्वार, मक्का, नेपियर घास, बाजरा, तिल आदि|
- CAM Plants :- अन्नानस, सीसल, आगेव आदि|
- दीप्तिकालिता के आधारपर वर्गीकरण:
- लघु दिवस पादप/ Short Day Plant/SDP(यदि किसी पौधे में पुष्पन के लिये ९ घंटे से कम दिन की अवधी की आवश्यकता होती है तो इसे SDP कहा जाता है) :- ज्वार, बाजरा, ग्वार, चावल, तिल, प्याज कि एन -५३ किस्म, सेम फली, आलू|
- दीर्घ दिवस पादप/ Long Day Plant/LDP (यदि किसी पौधे में पुष्पन के लिये १३ घंटे से अधिक दिन की अवधी की आवश्यकता होती है तो इसे LDP कहा जाता है) :- गेहूं, चना, जौ, जई, मसूर, गोभी वर्गीय फसलें, गाजर, मूली, शलजम, चुकंदर, पालक आदि|
- मध्य दिवसपादप/Mid Day Plant/MDP :- (यदि किसी पौधे में पुष्पन के लिये ९ से १३ घंटे के बीच दिन की अवधी की आवश्यकता होती है तो इसे MDP कहा जाता है) :- गन्ना|
- दिवस निष्प्रभावी पौधे/ Day Natural Plant/ DNP :- (यदि किसी पौधे में पुष्पन पुष्पन पर दिन की अवधी सेप्रभावित नहीं होता है तो उन्हें
दिवस निष्प्रभावी पौधे कहा जाता है) :- टमाटर, बैंगन, सूरजमूखी, मिर्च, भिंडी, कद्दुवर्गीय सब्जीयाँ, चंवला, मूंग, उड़द, मटर, चावल की पद्मा व जया किस्में|
- जड़ो की गहराई के आधार पर वर्गीकरण
- उथली जड़े वाली फसलें :- गेहूं, चावल, जौ, जई आदि|
- मध्यम गहराई वालीजड़े :- दलहनी फसलें
- गहरी जड़ो वाली फसलें :- रिजका व बरसीम
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