• About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Friday, March 5, 2021
  • Login
Krushi Samrat
  • होम
  • शेती
  • शेतीपुरक उद्योग
  • शासकीय योजना
  • यशोगाथा
  • कायदा
  • अवजारे
  • तंत्रज्ञान
  • हवामान
  • व्हिडिओ
  • हिन्दी
No Result
View All Result
  • होम
  • शेती
  • शेतीपुरक उद्योग
  • शासकीय योजना
  • यशोगाथा
  • कायदा
  • अवजारे
  • तंत्रज्ञान
  • हवामान
  • व्हिडिओ
  • हिन्दी
No Result
View All Result
Krushi Samrat
No Result
View All Result
Home हिन्दी

पेठा कद्दू की उन्नत खेती

Team Krushi Samrat by Team Krushi Samrat
April 27, 2019
in हिन्दी
0
पेठा कद्दू की उन्नत खेती
Share on FacebookShare on WhatsApp

अगर मिठाइयों के शौकीन हैं, तो आप ने जरूर आगरे के पेठे का नाम सुन रखा होगा और अगर आप को आगरा जाने का मौका मिला है, तो इसे चखने का मौका भी मिला होगा. आगरे का पेठा न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया भर में मशहूर है. इसलिए इस की मांग भारत के दूसरे प्रदेशों के अलावा दुनिया के तमाम देशों में बनी हुई है. यह मिठाई कई स्वादों और खुशबुओं में मिलती है. अंगूरी पेठा, नारियल पेठा, सूखा पेठा व काजू पेठा वगैरह इस की कुछ खास किस्में हैं.पेठा कद्दू वर्गीय प्रजाति के फल से बनाया जाता है, इसलिए इस फल का नाम पेठा कद्दू कहलाता है. यह हलके रंग का होता है और लंबे व गोल आकार में पाया जाता है. इस का इस्तेमाल ज्यादातर पेठा बनाने में किया जाता है. इस फल के ऊपर हलके सफेद रंग की पाउडर जैसी परत चढ़ी होती है.

कद्दू के लिए जलवायु और भूमि :

  1. कद्दू की खेती के लिए 18 से 30 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान और शीतोष्ण और समशीतोष्ण जलवायु उपयुक्त रहती है| अधिक या कम तापमान में इसकी पैदावार प्रभावित होती है| लेकिन इसको दोनों अवस्था में उगाया जा सकता है|
  2. इसको फसल के लिए अच्छी जीवांशयुक्त सभी प्रकार की मिट्टी में सफलतापुर्वक उगाया जा सकता है| लेकिन इसके लिए बलुई दोमट और दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त रहती है| जिसका पीएच मान 5.5 से 6.8 के मध्य होना चाहिए|

खेत की तैयारी और खाद उर्वरक :

  1. इस फसल के लिए पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करनी चाहिए| इसके बाद 3 से 4 जुताई कल्टीवेटर या देशी हल से करनी चाहिए| ताकि मिट्टी भुरभुरी और हवा युक्त हो जाए, इसके बाद पाटा लगाकर खेत को समतल बना लेना चाहिए|

बुवाई :

पेठा बुवाई करने का ये है तरीका अगर किसान अगैती पेठा की खेती करना चाहता है तो खेत खाली होते ही गहरी जुताई करा दे। गहरी जुताई के बाद किसान 15 मई तक खेत की पलेवा कर दें। पानी लगाने के बाद खेत 20 मई तक पेठा की बुवाई कर सकते हैं। बुवाई के एक सप्ताह बाद पहला पानी और पहला पानी लगाने के 15 दिन बाद दूसरा पानी लगाते हैं। इसके बाद अगर बारिश हो गयी तो फिर पानी लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। पेठा की बुवाई के लिए पन्द्रह हाथ का एक सीधा लकड़ी का डंडा ले लेते हैं, इस डंडे में दो-दो हाथ की दूरी पर फीता बांधकर निशान बना लेते हैं जिससे लाइन टेढ़ी न बने। दो हाथ की दूरी पर लम्बाई और चौड़ाई के अंतर पर गोबर की खाद का घुरवा बनाते हैं जिसमे कुम्हड़े के सात से आठ बीजे गाढ़ देते हैं अगर सभी जम गए तो बाद में तीन चार पौधे छोड़कर सब उखाड़ कर फेंक दिए जाते हैं। किसान इस बात का ध्यान रखें की लाइन सीधी रहे।

रोग और कीट रोकथाम :

  1. इस फसल में फफुद जनित रोग लगते है, इसकी रोकथाम के लिए 2 ग्राम बाविस्टिन या कैप्टान प्रति लिटर पानी में घोल बनाकर 10 से 15 दिन के अन्तराल पर छिड़काव करते रहना चाहिए|
  2. कद्दू (Pumpkin) की फसल में कई तरह के रोग लगते है, इनकी रोकथाम के लिए एंडोसल्फान 25 ईसी 1.5 लिटर या मैलाथियान 2 लिटर को 700 से 800 लिटर पानी में घोल बनाकर प्रति हेक्टेयर 10 से 15 दिन के अन्तराल पर छिड़काव करते रहना चाहिए|

फल तुड़ाई और पैदावार :

  1. यदि आप ने सब्जी के लिए खेती की है, तो कद्दू (Pumpkin) को ज्यादा पकने ना दे और महीने में दो तुड़ाई कर के बाजार ले जाए|
  2. उपरोक्त विधी के अनुसार खेती करने के बाद कद्दू की पैदावार 275 से 350 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार होनी चाहिए|

तो उपरोक्त लेख से किसान भाई समज गये होंगे की कद्दू की आधुनिक तकनीकी से खेती कैसे की जाती है, और उसका अच्छा उत्पादन कैसे प्राप्त किया जा सकता है|

 

सदर सत्रासाठी आपण ही आपल्या कडील माहिती / लेख इतर शेतकऱ्यांच्या सोयीसाठी krushisamrat1@gmail.com या ई-मेल आयडी वर किंवा 8888122799 या नंबरवर पाठवू शकतात. आपण सादर केलेला लेख / माहिती आपले नाव व पत्त्यासह प्रकाशित केली जाईल.

Tags: Advanced cultivation of Petha PumpkinKrushi Samratकृषी सम्राटपेठा कद्दू की उन्नत खेती
Team Krushi Samrat

Team Krushi Samrat

Related Posts

मसूर उत्पादन की उन्नत तकनीक
हिन्दी

मसूर उत्पादन की उन्नत तकनीक

January 31, 2020
ठंड के मौसम में पशुपालन कैसे करें ?
शेतीपुरक उद्योग

ठंड के मौसम में पशुपालन कैसे करें ?

December 24, 2019
फसलों के साथ पोपलर (Populus) वृक्ष की खेती
हिन्दी

फसलों के साथ पोपलर ( Populus ) वृक्ष की खेती

November 22, 2019

About us

Krushi Samrat

कृषी सम्राट हा शेतकऱ्यांसाठी शेतकरी पुत्राने सुरु केलेला एक समूह आहे. आपल्या शेतकऱ्यांना जगभरातील शेतीविषयी माहिती मोफत मिळावी हाच यामागचा एक उद्देश आहे.

Browse by Category

  • Uncategorized
  • अवजारे
  • आयुर्वेदिक नुस्खे
  • कायदा
  • कृषीसम्राट सल्ला
  • तंत्रज्ञान
  • प्रेरणा
  • प्रेरणादायक गोष्टी
  • बातम्या
  • यशोगाथा
  • व्हिडिओ
  • शासकीय योजना
  • शेती
  • शेतीपुरक उद्योग
  • हवामान
  • हिन्दी

Recent News

लसून लागवडीसाठी जाणून घ्या अनुकूल हवामान व विविध वाण

लसून लागवडीसाठी जाणून घ्या अनुकूल हवामान व विविध वाण

October 22, 2020
शाश्वत शेतीसाठी मसाला पिके व सुगंधी वनस्पतीची लागवड करावी

शाश्वत शेतीसाठी मसाला पिके व सुगंधी वनस्पतीची लागवड करावी

October 22, 2020
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2020 Powered by Tech Drift Solutions.

No Result
View All Result
  • होम
  • शेती
  • शेतीपुरक उद्योग
  • शासकीय योजना
  • यशोगाथा
  • कायदा
  • अवजारे
  • तंत्रज्ञान
  • हवामान
  • व्हिडिओ
  • हिन्दी

© 2020 Powered by Tech Drift Solutions.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In